ऑप्शन ट्रेडिंग स्टॉक मार्केट का एक फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट है जिसको इन्वेस्टर और ट्रेड इस्तेमाल करते हैं, अपना पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए या आप इसको भी प्रकार से भी समझ सकते है कि प्रॉफिट करने के लिए या फिर स्टॉक में निवेश किए गए पैसों को प्रोटेक्ट करने के लिए भी ऑप्शन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग समझने के लिए आपको विकल्प ग्रीक्स को भी समझ ना होगा।
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ऑप्शन ग्रीक्स क्या है? | ग्रीक ऑप्शन को हिंदी में क्या कहते हैं
ऑप्शन ग्रीक एक फैक्टर है जो की ऑप्शन के प्रीमियम को दिशा दिखाने का काम करता है इसमें मुख्य चार फैक्टर शामिल है।
- डेल्टा: ऑप्शन के प्राइसके बदलने पर होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है यह 0 से 1 के बीच होता है अगर एक कॉल ऑप्शन का डेल्टा 0.5 है, तो जब मूल्य एक पॉइंट बढ़ेगा ऑप्शन का मूल्य भी 0.5 पॉइंट बढ़ेगा।
- गामा: गामा, डेल्टा के परिवर्तन की गति को दर्शाता है यह बताता है कि डेल्टा कितना तेजी से बदल सकता है हाई गामा वाले विकल्प तेजी से बदल सकते हैं लेकिन नुक्सान भी तेजी से हो सकता है।
- थीटा: थीटा ऑप्शन के मूल्य में समय के गुजरने पर होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है यह ऑप्शन की संख्या को घटा सकता है जिसे “टाइम दिके” कहते हैं ऑप्शन की एक्सपायरी के नज़दीक, थीटा का असर अधिक होता है।
- वेगा वेगा वोलेटिलिटी के बदलने पर ऑप्शन के प्राइस में होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है अगर मार्किट में अनसर्टेनिटी बढ़ रही है, तो वेगा बढ़ सकता है।
इनमें से प्रत्येक ग्रीक का अपना महत्व है और सही ढंग से समझना ट्रेडर्स के लिए आवश्यक है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में ग्रीक्स का क्या रोल होता है?
ऑप्शन ग्रीक्स ऑप्शन ट्रेडिंग में एक महत्वपूर्ण है इनका सही ढंग से इस्तेमाल करके ट्रेडर्स अपने प्रॉफिट को बड़ा सकते हैं और नुक्सान से बचा सकते हैं डेल्टा, गामा, थीटा, और वेगा के ज्ञान से आप अपने ट्रेडिंग स्किल्स को सुधार सकते हैं।
और मार्किट के प्रति अधिक जागरूक हो सकते हैं यह एक महत्व पूर्ण है जो सीखने और समझने में थोड़ा समय लगता है लेकिन इससे आपके ट्रेडिंग को सुधरने में मदद मिलेगा।
1. डेल्टा: प्राइस का दोस्त
डेल्टा ऑप्शन ट्रेडिंग में एक महत्व पूर्ण फैक्टर है जब आप एक ऑप्शन खरीदते हैं, आपका लक्ष्य होता है की अंडरलाइंग एसेट के मूल्य में बदलाव से प्रॉफिट हो डेल्टा आपको यह बताता है कि ऑप्शन के मूल्य में एक पॉइंट के बदलने पर कितना परिवर्तन होता है।
2. गामा: बदलाव की गति
गामा, डेल्टा के परिवर्तन की गति को बताता है हाई गामा वाले विकल्प तेजी से बदल सकते हैं यह नुक्सान को तेज़ी से बढ़ा सकता है, लेकिन अगर मार्किट आपके प्रतीत अनुसार बढ़ रहा है, तो यह अधिक लाभकारी हो सकता है।
3. थीटा: समय की कीमत
थीटा, समय के गुजरने पर ऑप्शन के प्राइस में होने वाले परिवर्तन को बताता है ऑप्शन ट्रेडर्स को इससे परिपूर्ण रूप से समझना चाहिए, क्यूंकि समय के साथ ऑप्शन के मूल्य में घटाव होता है एक्सपायरी के दिन तक ऑप्शन का प्राइस कम हो सकता है।
4. वेगा: संकुचन का सफर
वेगा वोलेटिलिटी के बदलने पर ऑप्शन के प्राइस में होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है. अगर आप समझ गए हैं कि मार्किट में बदलाव होने वाला है तो वेगा के प्राइस को ध्यान में रखना महत्व पूर्ण है।
यूनानी कैसे इस्तेमल करे विकल्प?
- पोर्टफोलियो का मूल्यांकन:ऑप्शन ग्रीक्स का इस्तेमाल कर के आप अपने पोर्टफोलियो का प्राइस पर होने वाले परिवर्तन का अनुमान लगा सकते हैं इससे आप अपने रिस्क को प्रबंधित कर सकते हैं।
- रणनीतियाँ बनायें:ग्रीक्स का ज्ञान आपको यह भी सिखाता है कि कौन सी स्ट्रेटेजी आपके लक्ष्य के अनुसार सबसे अधिक लाभकारी होगी डेल्टा हेजिंग, गामा स्कल्पिंग, और विकल्प का सही इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है।
- जोखिम प्रबंधन: ऑप्शन ग्रीक्स को समझ कर आप अपने व्यापार को सुधार सकते हैं और नुक्सान से बचा सकते हैं रिस्क मैनेजमेंट में सही राह पर चलने के लिए ग्रीक्स का ज्ञान होना आवश्यक है।
(निष्कर्ष)
आशा करता हूं आपको ऑप्शन ग्रीक्स अच्छे से समझ आ गया होगा इसको समझाना काफी ज्यादा जरूरी है अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं या करना चाहते हैं। यह थोड़ा सा शुरुआत में कंफ्यूज कर सकता है आपको लेकिन धीरे-धीरे आप इसको अच्छे से समझ जाओगे। यह आर्टिकल अपने रिलेटिव को भी शेयर करें जो ऑप्शन ट्रेडिंग में ट्रेड करते हैं या फिर रुचि रखते हैं हैप्पी ट्रेडिंग जर्नी।