आजकल सभी को शेयर मार्केट के बारे में नॉलेज है। मगर बहुत सारे लोगों को पता नहीं है कि शेयर क्या होते हैं और ये कहाँ पर बिकते हैं, कहाँ से हम खरीद सकते हैं, कोई फ्रॉड ना हो जाए। शेयर मार्केट में इसका ध्यान कौन रखता है। और भी ऐसे कई सवाल जो कि एक नए व्यक्ति को नहीं पता होता।
इस लेख में आपको उन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे जो एक नए व्यक्ति को अक्सर परेशान करते हैं। इसलिए इस लेख को पूरा ज़रूर पढ़ें, ताकि आपका गहरा ज्ञान हो जाए और आप शेयर मार्केट की दुनिया में स्वतंत्रता से काम कर सकें।
आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि शेयर क्या होता है। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको शेयर के बारे में विस्तार से समझ में आ जाएगा।
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हिंदी में शेयर क्या है
दोस्तों, “शेयर” का आसान मतलब है कि यह एक कंपनी का हिस्सा होता है। अगर हम एक कंपनी की पूंजी को 100 रुपए मान लें, तो उसकी पूंजी को 100 अलग-अलग हिस्सों में बाँट दिया जाता है, और हर हिस्से को “शेयर” कहा जाता है।
और इस तरह से अब एबीसी कंपनी की पूंजी टोटल 100 शेयर होंगे। जिसमें हर एक शेयर की कीमत होगी 1 रुपए। इस तरह से आप देखेंगे कि एबीसी कंपनी में जिसके पास जितना शेयर होगा, वह व्यक्ति एबीसी कंपनी में उतना प्रतिशत का मालिक बन जाएगा। जैसे मान लीजिए।
अगर आप मिस्टर X ने ABC कंपनी का 5 प्रतिशत हिस्सा खरीदा है, तो वे ABC कंपनी के 5 प्रतिशत के मालिक बन जाते हैं। यहाँ इसलिए कि कंपनी के कुल 100 शेयर में से 5% शेयर मिस्टर X के पास हैं। इसी तरह, अगर किसी व्यक्ति के पास कंपनी का 50% हिस्सा है, तो वह व्यक्ति कंपनी के 50% के मालिक होते हैं।
इक्विटी शेयर क्या है?
इक्विटी शेयर का मतलब होता है किसी कंपनी के हिस्सेदारी का एक इकाई। यह इकाई उस कंपनी की पूंजी जुटाने के लिए लंबी अवधि के वित्तपोषण विकल्पों में शामिल होती है। जितने अधिक शेयर किसी के पास होते हैं, उसका उतना ही बड़ा हिस्सेदारी में अधिकार होता है। यह लोगों को निवेश के अवसर के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। इसे कॉमन स्टॉक या कॉमन शेयर्स के रूप में भी जाना जाता है।
शेयर कितने तरह का होते हैं|हिंदी में शेयर के प्रकार
शेयर इक्विटी शेयर को साधारणत: साझा शेयर के रूप में जाना जाता है। ये शेयरों के सबसे सामान्य प्रकार में से एक होते हैं। ये स्टॉक हैं जो निवेशकों को कंपनी के स्वामित्व के हक़ देते हैं। इक्विटी शेयर धारकों को उच्चतम जोखिम सहन करने की क्षमता होती है। इन शेयरधारकों को कंपनी के विभिन्न मामलों पर वोटिंग का अधिकार होता है।
इक्विटी शेयर विनिमयित हो सकते हैं और वित्तीय लाभ का अनुपात भी मिलता है। यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि इक्विटी शेयरधारक किसी निश्चित डिविडेंट के हकदार नहीं होते हैं। इक्विटी शेयरधारक की देयता उनके निवेश की राशि तक ही सीमित होती है। हालांकि, यहाँ कोई वर्तमान अधिकार नहीं होते हैं।
इक्विटी शेयरों को शेयर पूंजी के प्रकार के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है।
अधिकृत शेयर पूंजी: यह पूंजी की वह अधिकतम राशि है जो कंपनी जारी कर सकती है। इसे समय-समय पर बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए, एक कंपनी को कुछ औपचारिकताओं के अनुरूप होना चाहिए और कानूनी संस्थाओं को आवश्यक शुल्क भी देना होगा।
जारी शेयर पूंजी: यह अधिकृत पूंजी का हिस्सा है जो एक कंपनी अपने निवेशकों को प्रदान करती है।
सब्सक्राइब किया गया शेयर पूंजी: यह जारी पूंजी के हिस्से को संदर्भित करता है, जो निवेशक स्वीकार करते हैं और जिस पर सहमत होते हैं।
भुगतान पूंजी: यह सब्सक्राइब किए गए पूंजी के हिस्से को संदर्भित करता है जिसके लिए निवेशक भुगतान करते हैं। चूंकि ज्यादातर कंपनियां एक ही समय में पूरी सदस्यता राशि स्वीकार करती हैं, जारी की गई, सब्सक्राइब की गई, और भुगतान पूंजी एक ही बात होती है।
कुछ अन्य प्रकार के शेयर होते हैं।
राइट शेयर: इन शेयरों का मतलब होता है जो कंपनी अपने मौजूदा निवेशकों को जारी करती है। ऐसे स्टॉक मौजूदा शेयरधारकों के स्वामित्व अधिकारों की रक्षा के लिए जारी किए जाते हैं।
बोनस शेयर: कभी-कभी, कंपनियां अपने शेयरधारकों को डिवीडेंड के रूप में शेयर जारी कर सकती हैं। ऐसे शेयरों को बोनस शेयर कहा जाता है।
स्वेट इक्विटी शेयर: जब कर्मचारी या निदेशक अपनी भूमिका असाधारण रूप से अच्छी तरह से करते हैं, तो उन्हें पुरस्कृत करने के लिए स्वेट इक्विटी शेयर जारी किए जाते हैं।
वरीयता शेयर: शेयरों के इस प्रकार के प्रकार में, जब एक कंपनी का दिवालिया किया जाता है, तो वरीयता शेयर धारकों को पहले भुगतान किया जाता है। उन्हें सामान्य शेयरधारकों से पहले कंपनी का मुनाफा प्राप्त करने का भी अधिकार होता है।
संचयी और गैर-संचयी वरीयता शेयर: संचयी वरीयता शेयर के मामले में, जब कंपनी किसी विशेष वर्ष के लिए डिविडेंड घोषित नहीं करती है, तो इसे आगे बढ़ाया और जमा किया जाता है। जब भविष्य में कंपनी मुनाफा बनाती है, तो इन संचित लाभांश का भुगतान पहले किया जाता है। गैर-संचयी वरीयता शेयरों के मामले में, लाभांश जमा नहीं होते हैं, जिसका अर्थ है कि जब भविष्य में कोई लाभ नहीं होता है, तो कोई डिविडेंड नहीं दिया जाता है।
सहभागिता और गैर-सहभागिता वरीयता शेयर: लाभांश शेयरधारकों को इक्विटी शेयरधारकों को डिविडेंड का भुगतान करने के बाद शेष मुनाफे में भाग लेने का अधिकार होता है।
परिवर्तनीय और गैर-परिवर्तनीय वरीयता शेयर: यहां, शेयरधारकों के पास इन शेयरों को सामान्य इक्विटी शेयरों में बदलने का विकल्प या अधिकार होता है।
रिडीमेबल और इरिडीमेबल वरीयता शेयर: रिडीमेबल वरीयता शेयरों को जारीकर्ता कंपनी द्वारा फिर से खरीदा जा सकता है या इनका दावा किया जा सकता है।
शेयर मार्किट इन हिंदी | शेयर बाजार का अर्थ
दोस्तों क्या आप को पता है 1875 में शेयर बाजार की स्थापना हुई थी। शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है बहुत से कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचते रहते हैं। इस मार्केट में अनुसार, अनेक कारणों से शेयरों के मूल्य में उतार-चढ़ाव होता है, जिसके कारण कुछ लोग बहुत पैसा कमाते हैं।
किसी कंपनी का शेयर खरीदना उस कंपनी में साझेदारी लेने के समान है। आप उस कंपनी का कुछ परसेंट का हिस्सेदार बन जाते हैं और उसके प्रगति और लाभ का हिस्सा बनते हैं। इससे पैसे कमाने और कम नुकसान की तकनीकें बढ़ाई जाती हैं।
शेयर मार्केट में जब आप पैसा लगाते हैं या शेयर्स खरीदते हैं, तो आप उसी कंपनी के कुछ प्रतिशत के मालिक बन जाते हैं। प्रत्येक कंपनी की अपनी मार्केट वैल्यू होती है, जिसके सीसब से उनके शेयरों की कीमत निर्धारित होता है।
यह सारा काम और खरीदना बेचना एक नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है, जिसमें लोग अपने पूंजी को विभाजित करके विभिन्न कंपनियों में हिस्सेदारी करते हैं।
टेक्नोलॉजी के विकास से अब आप घर बैठे शेयर्स की हालचाल पर नजर रख सकते हैं और उन्हें खरीद-बेचना बहुत ही आसान हो गया है। अधिकतर काम ऑनलाइन होगया है और खाफी आसान।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
Q. स्टॉक मार्केट क्या होता है?
स्टॉक मार्केट एक वित्तीय बाजार है जहां कंपनियों के शेयर और संवित्तियाँ खरीदी और बेची जाती हैं।
Q. शेयर बाजार में निवेश क्यों किया जाता है?
शेयर बाजार में निवेश करके लोग अपने पैसे को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं और निवेश करके कंपनी के साथ साझेदारी में हिस्सा लेते हैं।
Q. बुल और बेयर मार्केट क्या है?
बुल मार्केट एक बाजार होता है जहां कीमतें बढ़ती हैं, जबकि बेयर मार्केट में कीमतें घटती हैं।
Q. डिविडेंड क्या होता है?
डिविडेंड एक लाभ होता है जो कंपनी ने उस साल के लाभ का हिस्सा देने के रूप में अपने स्टॉकहोल्डर्स को दिया जाता है।
शेयर बाजार सीखने के लिए शुभकामनाएँ