सपोर्ट और रेजिस्टेंस हिंदी में

क्या आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस हिंदी में के बारे में नहीं पता है तो आप यह आर्टिकल पढ़कर सिख सकते है। और जान सकते है की मार्टेक किस डायरेक्शन में जा सकता है जिससे आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

चलो दोस्तों शुरू करते हैं, सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस हिंदी में

सबसे पहले जानते हैं की

सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या है? और ट्रेडर्स क्यों ड्रॉ करते है।

सपोर्ट कहते हैं है की अगर मार्केट अपने हिस्ट्री में कभी भी उस प्राइज पर आकर प्राइस ऊपर गया हो। तो उसको ट्रेडर्स सपोर्ट मान कर ड्रॉ कर लेते हैं।

रेजिस्टेंस कहते हैं हिस्ट्री में अपने किसी प्राइस से स्टॉक नीचे आया हो उसे रेजिस्टेंस कहते हैं और इसी को ट्रेडर्स ड्रॉ करते हैं।

ट्रेडर सपोर्ट और रेजिस्टेंस ड्रॉ इस लिए करते हैं क्योंकि एक बार मार्केट उस प्राइस पर जाकर सपोर्ट या रेजिस्टेंस ले चुका है। तो दोबारा भी ले सकता है इस के चांस काफी ज्यादा हाई होते हैं। या फिर वह सपोर्ट रेजिस्टेंस टूटने के बाद उसी डायरेक्शन में ट्रेडर्स ट्रेड या निवेश करते हैं जिससे कि ट्रेडर्स का काफी अच्छा फायदा होता है।

सपोर्ट रेजिस्टेंस को आसान तरीके से कैसे ड्रॉ करें?

सपोर्ट और रेजिस्टेंस को आसान तरीके से कैसे ड्रॉ करें?

आपको कम से कम 15 मिनट का टाइम फ्रेम लगाए चार्ट पर इस्से नीचे का टाइम फ्रेम ना लगाएं। उसमें ज्यादा आपको एक्यूरेसी देखने को नहीं मिलेगा। इसलिए 15 मिनट का टाइम है सपोर्ट रेजिस्टेंस ड्रॉ करने के लिए सबसे अच्छा टाइम फ्रेम माना जाता है।

उसके बाद आप चाट की हिस्ट्री में देखें मार्केट नीचे कहां से निचे गिर रहा है उस पॉइंट को ड्रॉ करें और मार्किट कहां से ऊपर जा रहा है उस पॉइंट को ड्रॉ करे।

यही आपका सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस बन जाता है मार्केट जब भी ड्रॉ किये गये लेवल पर आता है वहां पर कोई कैंडलेस्टिक पेटर्न बनाता है। तो आप वहां पर बाय या सेल कर सकते हैं और उसके नीचे स्टॉप लॉस जरूर लगाए।

स्टॉप लॉस दोस्तों जरूर लगाएं क्योंकि बिना उसके ट्रेड करते हो तो आपका लॉस होने का चांस काफी ज्यादा बढ़ जाता है आपका पूरा कैपिटल खत्म हो सकता है इसीलिए बिना स्टॉप लॉस के ट्रेड न करे।

Support Resistance को आसान तरीके से कैसे ड्रॉ करें?

सपोर्ट रेजिस्टेंस ब्रेकआउट होने पर कैसे ट्रेड करें।

दोस्तों सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस ब्रेकआउट होने पर उसी डायरेक्शन में मार्किट थोड़ा-बहुत जाता है। उसके बाद सपोर्ट रेजिस्टेंस को दोबारा से मार्केट रिटेस्ट करने आता है उसके बाद फिर जिधर ब्रेक आउट हुआ है।

उसी डायरेक्शन में मार्केट फिर से जाता है इसे ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रेटजी कहते हैं रिटेस्ट के बाद आप ट्रेडर्स ट्रेड करते हैं। और रिटेस्ट के आस-पास अपना स्टॉप लॉस लगा सकते हैं इसको भी काफी सारे ट्रेडर्स इस्तेमाल करते हैं प्रॉफिट कमाने के लिए।

सपोर्ट रेजिस्टेंस ब्रेकआउट होने पर कैसे ट्रेड करें।

प्रश्न उत्तर सपोर्ट रेजिस्टेंस के बारे में

Q.1 सपोर्ट और रेजिस्टेंस इंडिकेटर?

Ans. वैसे तो बहुत सारे इंडिकेटर है सपोर्ट रेजिस्टेंस के लिए लेकिन आप मेरा फेवरेट जानना चाहते हो। तो Pivot Point है। यह Indicator आप किसी भी टाइम फ्रेम पर लगा सकते है और इस्तेमाल कर सकते है।

Q.2 बिना स्टॉप लॉस के ट्रेड नहीं करना है

Ans. चार्ट पर मिनिमम 15 मिनट का टाइम फ्रेम लगाए और जहां पर भी आपको मार्केट नीचे गिरता हुआ। दिखे उस पॉइंट को ड्रॉ करें। और जहां पर आपको मार्केट ऊपर जाता हुआ दिखे। उसको ड्रॉ करें वही आपका सपोर्ट रेजिस्टेंस है ट्रेडिंग के लिए सपोर्ट पर कोई बुलिश कैंडलेस्टिक बनता है। तो आप वहां पर पुलिस ट्रेड बना सकते हो। अगर रेजिस्टेंस पर कोई बेरिस कैंडलेस्टिक बनता है तो आप वहां पर बेरिस ट्रेड बना सकते हो ध्यान रहे बिना स्टॉप लॉस के ट्रेड नहीं करना है।

Q.3 सपोर्ट और रेजिस्टेंस मीनिंग हिंदी में

Ans. सपोर्ट मीनिंग यहां से डिमांड आता है रेजिस्टेंस का मतलब यहां से सप्लाई आती है सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस मीनिंग होता है डिमांड और सप्लाई।

निष्कर्ष:

आशा करता हूं आपको यह आर्टिकल पढ़ने के बाद सपोर्ट रेजिस्टेंस के बारे में बेसिक नॉलेज हो गया होगा। आप बैंक निफ्टी में सपोर्ट और रेजिस्टेंस चेक करना चाहते है तो आर्टिकल जरूर पढ़ें और अपने रिलेटिव को जरुर शेयर करें जो स्टॉक मार्केट में इंटरेस्ट है। या फिर सीखना चाहते हैं नीचे कमेंट में अपना फीडबैक जरूर दें आपको यह जानकारी कैसी लगी धन्यवाद।

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