फिब रिट्रेसमेंट ट्रेडिंग स्टेटजी है। | Fib Retracement Trading Strategy In Hindi
इस पोस्ट में आप जानेंगे
फिबोनाची रिट्रेसमेंट आपको इसका इतिहास नहीं बताऊंगा नहीं इधर-उधर घुमाऊंगा। मैं सीधा पॉइंट पर आता हूं फिबोनाची रिट्रेसमेंट एक ट्रेडिंग टूल है। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में उपयोग किया जाता है। इस टूल में आपको काफी सारे लेवल मिलेंगे। जिनको उपयोग नही करना है। इसकी कुछ बेस्ट सेटिंग है आपको उसे उपयोग करना है।
Fib Retracement Advance Setting In Hindi?
दोस्तों यह सेटिंग मेरे अनुभव पर बेस है। किसी और ट्रेडर का कुछ और सेटिंग हो सकता है। वह उसके अनुभव पर होगा तो आप यह ना सोचे की यही एक मात्र सेटिंग है।
फिबोनाची रिट्रेसमेंट टूल की डिफ़ॉल्ट सेटिंग यह है। निचे दिए गए फोटो में देख सकते है।
फिबोनाची रिट्रेसमेंट टूल की एडवांस सेटिंग के किये आप को कुछ नहीं करना है। आपको 100%, 50%, और 0% ही ऑन करना है। यह मेरे हिसाब से एडवांस सेटिंग यह इसका उपयोग करना आप आगे सीखेगे। निचे दिए गए फोटो में दिखाया गया है।
आप को 0 और 0.5 ,1 पर क्लिक रहने देना है। बाकि सबसे क्लिक हटा देना है। उसके बाद (Background) का ऑप्सन होगा उसे भी टिक नहीं करना है। फिर (levels) का ऑप्सन मिलेगा इसके बराबर वाले कॉलम में क्लिक करके (Values) से (Percents) पर क्लिक करके सेव कर देना है। आपके फिबोनाची रिट्रेसमेंट टूल की एडवांस सेटिंग हो गई है।
Fib Retracement Trading Strategy In Hindi
दोस्तों थोड़ा समझते हैं। Fib Retracement को कैसे उपयोग करते हैं। जब अब ट्रेंड या डाउन ट्रेन चल रहा होता है। तब मार्केट स्विंग बनाता है और अप डाउन अप डाउन करता है उसी स्विंग को कैलकुलेट करके हम ट्रेड बुय करते हैं। मार्केट में अगर डाउन ट्रेन अब ट्रेंड चल रहा होता है। तो 50% का मार्केट रिट्रेसमेंट करता है उसी रिट्रेसमेंट पर ट्रेड करते हैं। नीचे दिए गए फोटो में आप अच्छे से समझ सकते हैं।
नोट’
फिबोनाची रिट्रेसमेंट का 50% वाला लेवल ब्रेक हो जाता है।तो आप यह समझिए की अब ट्रेंड चेंज हो गया है। बाय नही हमे सेल करना है। आप नीचे दिए गए फोटो में देख सकते है। आप कोई भी टाइम फ्रेम का उपयोग कर सकते है। बस 10 मिनट से ऊपर का।
अंतिम शब्द ,
में आशा करता हूं कि मैं आपको फिबोनाची रिट्रेसमेंट के बारे में अच्छे से समझा पाया हूं। दोस्तों यह आर्टिकल पढ़ने के बाद ही अपना रियल पैसा मत लगा देना मार्केट में पहले कुछ महीने प्रैक्टिस करना। और पहले के चार्ट पर बैक टेस्टिंग करना उसके बाद ही अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह लेकर स्टॉक मार्केट में एंटर करना। यह आर्टिकल से आप क्या सीखे हो। हमें कमेंट करके जरूर बताना क्योंकि आपके कमेंट और भी लोग पढ़ते हैं। उससे सभी को काफी ज्यादा हेल्प मिलता है। धन्यवाद,
Very good info. Lucky me I discovered your blog by accident (stumbleupon).
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