ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट स्टेटर्जी। | Trendline Breakout Strategy In Hindi

ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट स्ट्रेटजी यह स्टेटर्जी एक यूनिक कांसेप्ट है। यह स्टेटर्जी से आप लंबे समय तक प्रॉफिटेबल रह सकते हैं आप अगर इसका सही से इस्तेमाल करना जानते हैं। तो ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट को आप इंट्राडे ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट में काफी अच्छे से यूज कर सकते हैं।

यानी किसी भी टाइम फ्रेम में यूज किया जा सकता है। ट्रेन लाइन हमें यह बताती है कि मार्केट में तेजी है या मंदी है और भी काफी चीजें जैसे कि मार्केट कब तक तेरी में रहेगी और कब तक मार्केट में मंदी रहेगी। खेर यह चीजे काफी एडवांस है। जिसे आप आगे सीखोगे।

ट्रेंडलाइन स्टेटर्जी के फायदे क्या है?

वैसे दोस्तों स्टॉक मार्केट में एक कहावत है। कि (ट्रेंड इज योर फ्रेंड) यह कहावत का मतलब है जिस तरफ मार्केट है हमें उसी तरह पैसा लगाना चाहिए। यह कहावत 100% परसेंट सत्य है

सबसे अच्छा यह फायदा है की ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट से हमारा स्टॉप लॉस काफी छोटा होता है। और हमारा प्रॉफिट लगभग हमारे लॉस का 3 गुना होता है। यानी अगर हमारा ₹500 का स्टॉपलॉस है। तो टारगेट हमारा 15 सो रुपए से ज्यादा होता है।

Trendline Breakout Strategy In Hindi स्ट्रेटजी सीखने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें। आपके प्रॉफिट और लॉस से हमारा कोई लेना देना नहीं है। यह स्ट्रेटजी सिर्फ आपके एजुकेशन परपर्स के लिए है। आइए ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट स्टेटर्जी सीखते हैं।

Trendline Breakout Strategy In Hindi?

ट्रेंडलाइन ड्रॉ करने से पहले आप को सुविंग के बारे में जानना होगा। निचे दिए गए फोटो में देख सकते है। या फिर यह लेख पड़ सकते हे। वेब और सुविंग क्या होता है। वैसे में आसा करता हु आप को वेब और सुविंग के बारे में पता होगा। नहीं पता तो पहले वेब और सुविंग बारे में जानले फिर यह लेख पड़े। वैसे मेने थोड़ा सा बताया है।

वेब और सुविंग क्या है।

वेब और सुविंग दोनों एक ही हे कोई वेब बोलता है कोई सुविंग बोलता है। आपको चार्ट में लाल रंग का एक मार्क दिख रहा होगा। उसी को वेब और सुविंग अगर आसान भाषा में कहा जाये तो जब प्राइस निचे जेक ऊपर आता है। और फिर निचे जाता है। और पहले वाले हाई या लो का ब्रेकआउट करके उसके निचे या ऊपर दोबारा से लो और हाई बनता है तो उसे वेब या सुविंग कहते है।

वेब और सुविंग
वेब और सुविंग

ट्रेंडलाइन कैसे ड्रॉ करे। | how to draw trend line in hindi?

ट्रेंडलाइन ड्रॉ करने के लिए आप को दो सुविंग को जो लो और हई बना रहे हो लाइन से मिलते हुए आगे ले जाना होता है। और तीसरे सुविंग का इंतजार करना होता है। की कब बने या ट्रेंड लाइन का कब और कैसे ब्रेकआउट होता है। उसके बाद सोचते है की ट्रेड लेना है या नहीं। क्यों की कुछ कंडीसन और कुछ सीक्रेट होते है जो हम आगे जानेगे।

  • दोस्तों ध्यान रहे की ट्रेंड लाइन पर ड्रेट कैसे करते है यह आगे सीखेंगे अभी ट्रेंड कैसे करते है। यह सिख रहे है निचे फोटो में देखो और समझो।

अभी ट्रेड न करे। मेरी सलाह”

आशा करता हु। की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। और आप एडवांस चीजे सीखना चाहते है तो आप इसका पार्ट 2 जरूर पड़े, उसमे ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट पर कैसे ट्रेड करे। और किसी भी टाइम फ्रेम पर कैसे ट्रेड करे कुछ सीक्रेट भी है जो में खुद उपयोग करता हु निफ़्टी बैंक में ट्रेड करते समय जो आप को सीखना बहुत जरुरी है।

मेरी सलाह

  • अभी ट्रेड न करे। पहले 20 दिनों तक लाइव मार्केट में प्रैक्टिस करें। और 3 महीने पीछे तक का बैक टेस्टिंग करे ताकि आप को समझ में आये और ट्रेंड लाइन पर आँखे ट्रेन्ड हो सके।
  • दोस्तों में चाहता तो इसी लेख में यह टॉपिक समझा देता। लिए आप में से कुछ लोगो के कमेंट आये की आप छोटे आर्टिक्ल लिखो ताकि समझने में आसानी हो। मेरी सलाह यही है की एक बार जरूर पड़े।
  • ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट पर कैसे ट्रेड करे अभी टाइम नहीं है तो आप यह लिंक कही सेफ कर सकते है फिर बाद में पड़ सकते है।

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दोस्तों मेरा नाम सोनू है दिल्ली में रहता हूँ Stock Market में काफी ज्यादा रुचि रखता हूं और कई सालों का अनुभव है काफी सालो से स्टॉक मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग और स्टॉक में इन्वेस्ट करना सिख रखा हु, और मुझे लेकिन खाली समय में लिखना भी पसंद है इसीलिए मैं ब्लॉग के माध्यम से अपने विचारो को आप के साथ साझा करता हु।

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