हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी 70% विनिंग रेट

हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न टॉप और बॉटम में बनता है। और इसका विनिंग रेट भी अच्छा है अगर आप हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न पर ट्रेड लेते हो। तो आपका स्टॉप लॉस भी काफी छोटा होता है। स्टॉप लॉस छोटा होने के कारण प्रॉफिट बड़ा हो जाता है। और हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न आपको वैसे तो हर जगह देखने को मिल जाएगा। लेकिन हमको हर जगह ट्रेड नहीं करना।

आपको सिर्फ उसी जगह काम करना है। जहा पर यह मार्केट रिवर्स होने का चांस ज्यादा रहता है। वह जगह हम सपोर्ट और रजिस्टेंस से पता करते हैं। आपको हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न को सपोर्ट रेजिस्टेंस पर ढूंढ़ना है।

उसके बाद हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न बनता है। तो उसके ब्रेकआउट पर ट्रेड ले सकते हैं। आइए जानते हैं हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न कैसा दिखता है।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न कितने प्रकार के होते है।

  • हैमर कैंडल
  • इनवर्टेड हैमर

हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न दो प्रकार के होते हैं एक तो सिंपल हैमर कैंडल दूसरा इनवर्टेड हैमर कैंडल इसको आप बड़े आसान से चार्ट पर पहचान सकते हो। इसकी पहचान यह है कि हैमर कैंडल सीधा हथौड़े की जैसा दिखता है। इनवर्टेड हैमर कैंडल उल्टा हथौड़ी की तरह दिखता है।

हैमर कैंडल इनवर्टेड हैमर

दोस्तों आपको हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर कैंडल में थोड़ा बहुत विग यानि कैंडल की परछाई कभी कभी कैंडल में देखने को मिल सकता है। तो हम उसको भी हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर कैंडल ही मानेंगे। और कैंडल के ब्रेक आउट पर भी ट्रेड ले सकते हैं।

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इसके ब्रेकआउट पर हमें ट्रेड लेना होता है। और यह पेटर्न टॉप पर बनता है तो आप ऐसी के ऊपर स्टॉप लॉस लगा सकते हो। बाइचांस एक या दो केंडल के बाद हमर पेटर्न बनता है तो आप हैमर के ऊपर वाले कैंडल पर स्टॉप लॉस लगा सकते है। और यह पैटर्न में कलर नहीं देखना होता है।

अगर रेजिस्टेंस पर हरे या लाल कलर का हैमर या इनवर्टेड हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न देखने को मिलता है। तो हमें बेरिश ट्रेड लेना है। और वैसे ही सपोर्ट पर अगर हरा या लाल हैमर या इनवर्टेड हैमर देखने को मिलता है। तो हमें बुलिश ट्रेड लेना है यह बातों का ध्यान रखें।

यह पॉइंट का फॉलो करे।

  • टाइम फ्रेम 1 घंटा और 5 मिनट यूज करे।
  • 1 घंटे टाइम फ्रेम में आपको सपोर्ट रेजिस्टेंस ड्रॉ करना है।
  • 5 मिनट के चार्ट पर हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पेटर्न ढूंढना है।
  • हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पेटर्न के ब्रेकआउट पर ही ट्रेड लेना है।
  • हमारा टारगेट नेक्स्ट सपोर्ट या रेजिस्टेंस होगा।
  • हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पेटर्न के ऊपर या निचे स्टॉप लॉस लगाना है। अगर हैमर कैंडल और इनवर्टेड हैमर के पीछे एक या दो कैंडल बना हुआ है तो हैमर कैंडल या इनवर्टेड हैमर के पीछे वाले केंडल के ऊपर या निचे स्टॉप लॉस लगाना है।

सपोर्ट और रजिस्टेंस कैसे ड्रॉ करें।


जिस भी स्टॉक किया इंडेक्स में आप ट्रेड करना चाहते हैं। उसको पहले 1 घंटे के टाइम पर में बदलें। उसके बाद जैसे की आज ट्रेड करना है। तो मैं कल और परसों का हाई और लो को जॉन बना के ड्रॉ कर लूंगा। यही हमारा सपोर्ट और रजिस्टेंस कुछ इस प्रकार दिखेगा ।

एक घंटा टाइम फ्रेम बैंक निफ़्टी चार्ट


सपोर्ट और रेजिस्टेंस ड्रॉ करने के बाद 5 मिनट के टाइम फ्रेम में चार्ट को कन्वर्ट कर लेना है। 5 मिनट के टाइम फ्रेम में सपोर्ट और रजिस्टेंस कुछ इस प्रकार दिखेगा।

एक घंटा टाइम फ्रेम बैंक निफ़्टी चार्ट  सपोर्ट और रजिस्टेंस

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी

अब ट्रेड लेना है। जब आप को दिखे की सपोर्ट या रजिस्टेंस पर हैमर कैंडल या इनवर्टर हैमर कैंडल बनता है। तो उसके ब्रेकआउट पर ट्रेड लेना है। रूल के हिसाब से स्टॉपलॉस लगाना है। नीचे कुछ फोटो में समझाया गया है। थोड़ा ध्यान से देखो।

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हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी

मेरी सलाह

दोस्तों यह बात आपको ध्यान रखना है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको 90% काम नहीं करना पड़ता है। सिर्फ इंतजार करना पड़ता है और यह इंतजार किस चीज का करना है। कि सेटअप जो भी है आपका उसको चार्ट पर बनने में 90% हमें इंतजार करना पड़ता है।

बस और चार्ट पर हमारा सेटअप बनने के बाद हमें 10 परसेंट ही काम करना पड़ता है। और यह चीज आपको ध्यान रखनी है। ताकि आप यह सेटअप बनने से पहले ट्रेड ना लो। और अपना ट्रेड लेने के बाद अपने टारगेट और स्टॉप लॉस पर ही पोजीशन को एग्जिट करो। और अपने मनी मैनेजमेंट को फॉलो जरूर करना जो भी आपने बनाया है।

ताकि आपका बड़ा लोस ना हो और आप लंबे समय तक मार्केट में बने रहो। और ट्रेड लेने से पहले आपको कम से कम 3 महीने की बैक टेस्टिंग करनी है बैक टेस्टिंग करने के बाद ही ट्रेड ले। क्योंकि आपने अभी सिर्फ यही स्ट्रेटजी को समझा है। सीखा नहीं है आपको सीखने के लिए चार्ट में अपनी आंखों को ट्रैन करना होगा।

और इसके लिए आपको कम से कम तीन चार महीने की बैक टेस्टिंग करनी होगी। जिससे कि आपके आंखें ट्रेन होगा। और आपको एक कॉन्फिडेंस आएगा ट्रेड लेते समय। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा। हमें कमेंट करके जरूर बताएं और अगर आपकी कोई राय है। तो हमें वह भी बता सकते हैं ऐसे ही स्टेट्रजी के लिए और आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

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दोस्तों मेरा नाम सोनू है दिल्ली में रहता हूँ Stock Market में काफी ज्यादा रुचि रखता हूं और कई सालों का अनुभव है काफी सालो से स्टॉक मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग और स्टॉक में इन्वेस्ट करना सिख रखा हु, और मुझे लेकिन खाली समय में लिखना भी पसंद है इसीलिए मैं ब्लॉग के माध्यम से अपने विचारो को आप के साथ साझा करता हु।

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