इंट्राडे ट्रेडिंग हो या स्विंग ट्रेडिंग या फिर कोई भी ट्रेडिंग आप को ट्रेडिंग करने के लिए एक स्टेटर्जी की जरूरत होती है। में आप को आज ट्रेडिंग की सबसे जबरजस्त स्टेटर्जी जिसका नाम है। ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी
Content of table
ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्टेटर्जी को कैसे समझे।| ब्रेकआउट स्टेटर्जी क्या है।
ब्रेकआउट स्ट्रेटजी का मतलब यह है। व्हाट इस ब्रेकआउट स्ट्रेटेजी इन हिंदी की ब्रेकआउट करना यानी किसी भी पैटर्न का ब्रेकआउट होता है। तो उसे ब्रेकआउट स्ट्रेटजी कहते हैं सरल भाषा में जैसे की डब्लू पैटर्न (W Pattern) एम पैटर्न (M Pattern) ट्रेंड लाइन (Trend Line) या सपोर्ट या रेजिस्टेंस (Support and Resistance)
किसी भी प्राइस एक्शन (Price Action) का ब्रेकआउट होता है तो उसे ब्रेकआउट स्ट्रेटजी कहते हैं ब्रेकआउट स्ट्रेटजी नाम इसलिए दिया गया है।
ताकि की आसानी से समझ में आए जो लोग बिना पैटर्न बने ट्रेड कर लेते हैं उसके बाद ऑब्रे ट्रेडिंग (Aubrey Trading) में फास जाते हे। फिर उनका लॉस हो जाता है
वह अपने रूल्स को फॉलो नहीं कर पाते हैं तो उनके लिए यह ब्रेकआउट स्ट्रेटजी बहुत ही अच्छा काम करता है। और ऑब्रे ट्रेडिंग से बच जाते है।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्टेटर्जी का राज क्या है।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग का राज्य है कि किसी भी पैटर्न, ट्रेन्ड लाइन, पैर्टन या फिर इंडिकेटर (Indicator) का ब्रेकआउट होने के बाद कैंडल क्लोज होने का कंफर्मेशन होना जरूरी है।
कैंडल क्लोज होने के बाद ही ट्रेड लेना चाहिए और उस कैंडल का हाई भी ब्रेकआउट जरूरी है। क्योंकि कभी-कभी यह फॉल्स ब्रेकआउट (Falls Breakout) हो जाता है
इससे बचने के लिए यह तकनीक आजमाएं कैंडल क्लोज होना चाहिए और उस कैंडल का ब्रेकआउट भी होना जरुरी है। टाइम फ्रेम (Time Frame) कम से कम 10 मिनट का यूज़ करें या फिर 10 मिनट से ज्यादा का इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति | ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी इन हिंदी
आपको कुछ ब्रेकआउट ट्रेडिंग के स्टेटर्जी बता रहा हूं जो की पावरफुल स्ट्रेटजी है आप इसका यूज करके काफी अच्छा प्रॉफिट कर सकते हैं
इसकी विनिंग रेट 70% के आसपास है और काफी बड़े-बड़े ट्रेडर ऐसी स्टेटर्जी का उस करते है। किसी-किसी महीने इस इंट्राडे ट्रेडिंग स्टेटर्जी की विनिंग रेट 70% से ज्यादा भी हो जाती है।
और इसको समझना भी काफी ज्यादा आसान है ( W pattern, M pattern, Trend line, Sport Resistance, ) और भी है। निचे लिस्ट दी हुई है। आप देख सकते है।
बेस्ट हाई विनिंग रेट स्ट्रेटजी लिस्ट इंट्राडे ट्रेडिंग।
क्लिक हेयर पर क्लिक कर के आप स्टेटर्जी के बारे में और अधिक सीख सकते हैं और इसमें ट्रिक्स और कुछ सीक्रेट (Secret) बताए गए हैं। जो प्रो ट्रेडर यूज करते हैं।
दोस्तों यह लिस्ट केवल एजुकेशन पर्पस के लिए हैं आपके लॉस या प्रॉफिट से हमारा कोई लेना देना नहीं है। आप अपने रिक्स पर ही ट्रेड लें और फाइनेंसियल एडवाइजर से जरूर सलाह ले फिर ट्रेडिंग करे
नंबर | बेस्ट स्ट्रेटजी लिस्ट | लिंक |
---|---|---|
1. | फ़ास्ट मोमेंटम इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी। | क्लिक हेयर |
2. | बेस्ट सपोर्ट और रेजिस्टेंस इंट्राडे स्टेटर्जी। | क्लिक हेयर |
3. | डब्लू पैटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी। | क्लिक हेयर |
4 | एम पेटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी। | क्लिक हेयर |
5. | ट्रेंड लाइन ब्रेकआउट इंट्राडे स्टेटर्जी। | क्लिक हेयर |
6. | बॉक्स इंट्राडे स्टेटर्जी। | क्लिक हेयर |
बेस्ट स्टेटर्जी इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए।
1. फ़ास्ट मोमेंटम इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी।
यह स्ट्रेटजी ऑप्शन बायर लिए काफी अच्छा है इस मैं फास्ट मोमेंटम आता है शॉर्ट टाइम के लिए जिससे की ऑप्शन के प्रीमियम बहुत तेजी से बढ़ते हैं।
आप अगर ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं या करना चाहते हैं तो आप फास्ट मोमेंटम इंट्राडे स्ट्रेटजी। का यूज कर सकते हैं और सीख सकते हैं कि ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करें।
2. बेस्ट सपोर्ट और रेजिस्टेंस इंट्राडे स्टेटर्जी।
साथियों, आप चाहे कोई भी स्टेटर्जी यूज करें आपको अगर सपोर्ट रेजिस्टेंस ड्रॉ करना नहीं आता है। तो आप सक्सेस (success) के चांसेस घाट जाते हैं।
आपको सपोर्ट रेजिस्टेंस सीखना चाहिए है। जैसे हमे आज के समय जीने के लिए पैसों की जरूरत होती है वैसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सपोर्ट रेजिस्टेंस सीखना अनिवार्य है।
बिना सीखे आप सक्सेस नहीं हो सकते। इसीलिए सपोर्ट रेजिस्टेंस ड्रॉ करना आना चाहिए। और कुछ महीनों तक प्रैक्टिस करें।
3. डब्लू पैटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी।
डब्लू पैटर्न हमेशा मार्केट रिवर्स करती है तब डब्लू पेर्टन बनता है। या फिर तीन-चार दिनों से मार्केट नीचे ही जा रहा है। डब्लू पैटर्न उसके बाद बनता है तो काफी बड़ा मोमेंटम आता है।
और उस दिन अच्छा प्रॉफिट भी बनता है। यह पैटर्न काफी ज्यादा यूज होता है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आप इसको भी जरूर चेक करें।
इसमें भी कुछ ऐसे सीक्रेट है जो कि आपको जानना जरूरी है क्योंकि डब्लू पैटर्न में फॉल्स भी काफी होता है। आपने पहले कभी यूज़ क्या होगा तो आपका लॉस हुआ होगा।
इसलिए कुछ ऐसे सीक्रेट है डब्लू पैटर्न को यूज़ करने से पहले जानना जरुरी है। और इसमें हमेशा बड़ा प्रॉफिट होता है।
4. एम पेटर्न इंट्राडे स्टेटर्जी।
एम पेटर्न हमेशा मार्केट रिवर्स करती है तब एम पेटर्न बनता है। या फिर कुछ दिनों से ऊपर जा रहा हो। और एम पेटर्न बनता है तो काफी बड़ा मोमेंटम आता है।
और उस दिन बहुत अच्छा प्रॉफिट भी बनता है। यह पैटर्न काफी ज्यादा पावर फुल है। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए यह पैर्टन वरदान से काम नहीं है।
इसमें भी कुछ ऐसे सीक्रेट है जो कि आपको जानना जरूरी है क्योंकि एम पेटर्न में भी फॉल्स काफी होता है। और फिर बड़ा लॉस हो सकता है। तो सीक्रेट जानने के बाद ही ट्रेड ले।
5. ट्रेंड लाइन ब्रेकआउट इंट्राडे स्टेटर्जी।
ट्रेंड लाइन स्टेटर्जी को किसी भी टाइम फ्रेम में यूज कर सकते हैं और इससे आप यह भी पता कर सकते है की मार्किट का ट्रेंड किस तरफ है।
इस स्ट्रेटजी का यह फायदा है लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग में फॉल्स सिग्नल (false signal) काफी ज्यादा होता है अगर आप ट्रेंड लाइन में एक्सपर्ड नहीं हो तो सिर्फ और सिर्फ आप का लॉस होगा।
ट्रेंड लाइन पर ट्रेड लेने के लिए आपको काफी प्रैक्टिस करना होगा। और आपको अलग-अलग टाइम फ्रेम पर प्रैक्टिस करना पड़ेगा ताकि आप ट्रेंड लाइन से अच्छा प्रॉफिट बना सकें।
काफी लोग ट्रेन लाइन बना लेते हैं मगर जब है ट्रेड लेते हैं तो उनका लॉस हो जाता है इसमें कुछ हिडन सीक्रेट है जो नए ट्रेडर को नहीं पता होता है। आपको यह सिगरेट जानने चाहिए।
6. बॉक्स इंट्राडे स्टेटर्जी।
बॉक्स स्ट्रेटजी यह स्ट्रेटजी स्केल्पिंग (scalping) के लिए बेस्ट स्ट्रेटजी हैं मेरे हिसाब से क्योंकि दोस्तों इसमें मार्केट जब आधे घंटे तक या उससे भी ज्यादा समय तक मार्केट एक रेंज में रहता है।
उस रेंज का जब ब्रेकआउट होता है उसमें स्केल्पिंग की जाती है इस स्ट्रेटजी से ऑप्शन ट्रेडिंग भी की जाती है इसमें भी फास्ट मोमेंटम होता है।
यह स्ट्रेटजी को करने से पहले आपको ट्रेंड लाइन और सपोर्ट रेजिस्टेंस का थोड़ा बहुत अनुभव होना चाहिए यह स्ट्रेटजी से आप दिन में तीन बार ट्रेड कर सकते हैं।
अगर मार्केट साइवे है उसमें भी यह स्ट्रेटजी काफी अच्छा काम करती है। आप ऐसे स्ट्रेटजी को यूज कर के रोज ट्रेड कर सकते हैं।
क्योंकि हो सकता है कि आपको और स्ट्रेटजी में रोज ट्रेड ना मिले हफ्ते में एक या दो ट्रेड ही मिले लेकिन बॉक्स स्ट्रेटजी में आप को रोज ट्रेड मिल जाएगा।
सामान्य प्रश्न…
-
ब्रेकआउट स्ट्रेटजी सीखने में कितना समय लगता है।
ब्रेकआउट स्ट्रेटजी सीखने में ज्यादा से ज्यादा आपको 30 मिनट का समय लगेगा। लेकिन उस स्ट्रेटजी पर महारत हासिल करने में कम से कम आपको 50 ट्रेड लेने होंगे। और 6 महीने तक का बैक टेस्टिंग करना होगा और कुछ प्रैक्टिस करना होगा उसके बाद आप परफेक्ट हो जाओगे।
-
ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को सीखने के क्या फायदे।
यह स्ट्रेटजी सीखने में आसान है और सबसे बड़ा फायदा यह है की इसमें छोटा स्टॉप लॉस होता है। जिससे हमारा मनी मैनेजमेंट मैनेज रहता है बड़े लॉस से बचे रहते हैं मोमेंटम कॉफी फास्ट आता है।
-
क्या ब्रेकआउट स्ट्रेटजी इंडेक्स में यूज कर सकते हैं।
जी हां आप इनमें से कोई सा भी ब्रेकआउट इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी किसी भी इंटेक्स में यूज कर सकते हैं
-
क्या ब्रेकआउट स्ट्रेटजी ऑप्शन ट्रेडिंग में सक्सेसफुल है
जी हां आप यह स्ट्रेटजी से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं मगर पहले आपको स्टॉक में कुछ महीनो का अनुभव होना चाहिए।
अंतिम शब्द
आशा करता हूं कि ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रेटजी से रिलेटेड आपके दिमाग में कोई सवाल नहीं होगा आपको intradayview.com से काफी अच्छी नॉलेज मिली है और आर्टिकल के लिए हमें सब्सक्राइब करना ना भूलें और यह आर्टिकल अपने दोस्तों या अपने रिलेटिव में शेयर कर सकते हैं इस आर्टिकल से रिलेटेड आपको कोई सवाल है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और अगला आर्टिकल किस पर लेकर आए यह भी बताएं।