इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया जाता है। 2023 संपूर्ण ज्ञान बिगनेर के लिए।

आजकल बहुत सारे लोग वेब सीरीज अथवा मूवी देखकर स्टॉक मार्केट की तरफ प्रभावित हो रहे हैं। और कुछ लोग सोशल मीडिया पर वीडियो और इंटरव्यू देखकर प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित होना सही है। लेकिन बिना सीखें बिना सीखे समझे कोई भी काम सफल नहीं होता। तो आज हम आपको बताएंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया जाता है।

काफी लोग सोचते है की ट्रेडिंग ट्रेडिंग कर के हम एक दिन में इतना उतना कमा सकते है। उनको बतादू की इंट्राडे ट्रेडिंग एक वेपार है जैसे और वेपार होते है तो आप यह न सोचे की ट्रेडिंग कोई जादू या पैसे छपने की कोई तरकीब है। यह एक हाड़ कोर बिजनेस है इसे बिना सीखे कभी भी नहीं करना चाहिए।

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इंट्राडे के लिए कौन सा टाइम बेस्ट है?

हमारे भारत में स्टॉक मार्केट 9:15 पर खुलती है और 3:30 पर बंद हो जाती है यानी हमारा ट्रेडिंग टाइम 9:15 से 3:30 तक है। बिग्नर जो होते है वो सुबह उठ कर 9:15 पर ही ट्रेड लेना शुरू कर देते है हरबरी में और सोचते है की मेने खरीदा है तो मार्केट उपर ही जायेगी। और बेचा है तो नीचे ही जायेगी।

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उसको लगता है की मार्केट उनके हिसाब से चलेगी जब उनका लॉस होता है तो अब उपर जायेगी अब नीचे जायेगी और 3:30 तो लॉस हो जाता है। गलती उनकी भी नही है जो भी बिग्नेर होता है यह गलती करता ही है। जब में बिग्नेर था तो मेने भी इसी गलती की है लेकिन समय के साथ में सिख गया हु।

और जो बता रहा हु आप उस पर आंख बंद कर के विश्वास न करे। आप खुद से बैक टेस्ट करे और उपयोग कर। और यह हर ट्रेडर के लिए नहीं है। जो पहले से प्रॉफिटेबल है वह अपने अनुसार ही ट्रेड करे जो बिग्नेर है उनके लिए है।

आप को भूल कर ही 9:15 से 10 बजे तक ट्रेड नहीं करना है। क्योंकि उस टाइम मार्केट सेटलमेंट करता है। और डिसाइड करता है कि ऊपर जाना है या फिर नीचे या फिर उस दिन साइड में रहने वाला है। और इस टाइम में न्यूज से जो मार्टेक में होना होता है वो भी हो जाता है। आप को जिस शेयर में करना है

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया जाता है।

वह शेयर भी अपनी डायरेक्शन डिसाइड कर लेता है जैसे कि बजाज फाइनेंस, रिलायंस, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, और अन्य शेयर पूरा टाइमिंग सेट हो जाता है। इस लिए आप को 10 बजे के बाद ही ट्रेंड करना चाहिए। आप ब्रेकिट ऑडर जा उपयोग करे आपको एंट्री प्वाइंट पता होना चाहिए टारगेट पता होना चाहिए और स्टॉप लॉस पता होना चाहिए।

और तीनो को ब्रेकिट ऑडर में प्लेस पर दे ऐसे फायदा होगा। कि आपका जहा टारगेट होगा वहा पर प्लेस और स्टॉपलॉस होगा वहा पर ऑटोमेटिक आर्डर प्लेस हो जाएगा और आपका ट्रेड सिस्टमैटिक तरीके से ट्रेड होगा। मार्केट की भी जाए आपके मन में एमोसेन नहीं आयेगा।

आपको फिर इंतजार करना है या तो टारगेट हिट या फिर स्टॉपलॉस हिट हो थोड़ा सा प्रॉफिट या थोड़ा सा लॉस दिखने पर आपको एग्जिट कर के दोबारा ट्रेड नहीं लेना है। बहुत से लोगो का लॉस इसलिए होता है की वह इंतजार नही करते टारगेट या स्टॉपलॉस का अपने स्टॉपलॉस या फिर टारगेट का इंतजार करो।

हां आपको पहले एक शेयर ही खरीद कर ट्रेड करना है उसी में ब्रेकीट ऑडर का प्रयोग करे और सीखना है। फिर 2 बजे तक टारगेट आता है या टारगेट के आस पास भी है तो आप प्रॉफिट बुक कर सकते है। 2 बजे के बाद लॉस चल रहा है तो आप 2:30 तक इंतजार कर सकते है।

2:30 तक लॉस प्रॉफिट में nhi आता हैं ना ही स्टॉपलॉस होता है तो भी आप 2:30 तक बुक करे। ले लॉस हो रहा हो या प्रॉफिट क्योंकि 2:30 से 3:25 तक बहुत सारे इन्वेस्टर और ट्रेडर खरीदते और बेचते है। उसे मार्केट में वोलेटल ज्यादा होता है। उसको बिग्नर ट्रेड हैंडल नही कर सकता।

इंट्राडे में स्टॉपलॉस कैसे लगते है?

इंट्राडे में स्टॉप लॉस लगाने के कई तरीको से लगा सकते हैं और आजकल सभी ब्रोकर ऐप में ट्रिगर प्राइस का ऑप्शन मिलता है। और आप वहां पर स्टॉप लॉस लगा सकते हैं ‘ इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको स्टॉपलॉस डिसाइड करना है तो आप अपने कैपिटल का 3% से 5% तक का स्टॉप लॉस लगा सकते हैं।

आप अगर अपने कैपिटल का 3 से 5 परसेंट तक का रिक्स नहीं ले सकते। तो इंट्राडे ट्रेडिंग ना करें आपके लिए अच्छा होगा है क्योंकि सबसे अच्छा स्टॉप लॉस 3 से 5 परसेंट के बीच का ही माना जाता है।

यह एक आइडल स्टॉपलॉस है जिसको प्रो ट्रेडर से लेकर इन्वेस्टर तक फॉलो करते हैं। आप यह अपने रिक्स के अनुसार फॉलो कर सकते हैं आपका रिस्क अगर आपको एलाऊ करता है इंट्राडे ट्रेडिंग करे अथवा न करे।

इंट्राडे ट्रेडिंग में टारगेट प्राइस क्या है?

ट्रेडिंग में टारगेट प्राइस वह प्राइस होता है वह प्राइस आने पर आप अपना प्रॉफिट बुक कर लेते हैं। या फिर जिस प्राइस पर आप ने प्रॉफिट बुक क्या है। उसे भी टारगेट प्राइस बोलते है। जैसे कि आपने xyz स्टॉक ₹504 पर खरीदा और आपका टारगेट प्राइस है ₹515 आपने ₹515 पर अपना प्रॉफिट बुक किया तो यह ₹515 आप का टारगेट प्राइस है।

टारगेट प्राइस कैसे सेट करें?

टारगेट प्राइस सेट करने के लिए आप ब्रैकेट ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं। जो भी ब्रोकर का आप प्लेटफार्म या एप्प उपयोग कर रहे हैं उस प्लेटफार्म में आपको ब्रैकेट ऑर्डर का ऑप्शन मिल जाता है। यह ब्रैकेट ऑर्डर अलग-अलग नाम से होता है आप ब्रोकर के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके उनसे पूछ सकते हैं।

आपको है वह अच्छे से समझा देंगे क्योंकि आप कौन सा ब्रोकर का प्लेटफार्म उपयोग कर रहे हैं यह हमे नहीं पता है। और हर ब्रोकर मैं अलग-अलग सिस्टम होता है ब्रैकेट ऑर्डर लगाने का।

क्या आपको हमेशा स्टॉपलॉस का प्रयोग करना चाहिए?

जी हां दोस्तों आपको हमेशा स्टॉपलॉस का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि बिना स्टॉपलॉस के आप कंगाल भी हो सकते हो स्टॉप लॉस लगाने से आपका कैपिटल सेफ हो जाता है।

और इंट्राडे ट्रेडिंग यह एक हार्ड कोर बिजनेस है और हर बिजनेस में प्रॉफिट या लॉस शामिल होता है। तो इसीलिए आपको हर समय स्टॉपलॉस लगाकर ही ट्रेड करना चाहिए। बिना स्टॉपलॉस के ट्रेड ना करें।

मुझे इंट्राडे शेयर कब बेचना चाहिए?

जब आपका पैसा 1/2 हो जाए तो आपको इंट्राडे शेयर बेच देना चाहिए या उसको ट्रेल करते रहना चाहिए। मतलब आपने जैसे ₹10 का रिक्स लिया और आपका प्रॉफिट ₹20 से ज्यादा चल रहा हो तो आप अपना प्रॉफिट बुक कर सकते हैं।

रिक्स से डबल आपको प्रॉफिट बुक करना है। इससे पहले प्रॉफिट बुक ना करें अगर किसी ट्रेड में स्टॉप लॉस बड़ा हो रहा हो। और टारगेट छोटा मिल रहा हो तो आपको वह ट्रेड नहीं करना है आपको अपने अगले अपॉर्चुनिटी का वेट करना है।

शेयर मार्केट का गणित क्या है?

दोस्तों शेयर मार्केट हो जा कोई और बिजनेस यह सारे डिमांड और सप्लाई से ही चलते हैं। हर बिजनेस में यह दो चीज कॉमन होता है। डिमांड और सप्लाई बिना डिमांड और सप्लाई के कोई भी बिजनेस नहीं चलता। और स्टॉक मार्केट भी एक बिजनेस है यह भी डिमांड और सप्लाई पर ही चलता है यही इसका गणित है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना पैसा कमा सकते हैं?

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप कितना भी पैसा कमा सकते हैं क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको काफी सारे ऑप्शन मिल जाते हैं। जैसे कि आप किसी भी स्टॉक में ट्रेड कर सकते हो और स्टॉक के ऑप्शन में भी ट्रेड कर सकते हो फ्यूचर में ट्रेड कर सकते हो। और करेंसी में ट्रेड कर सकते हो कमोडिटी में ट्रेड कर सकते हो।

आपके पास काफी सारे विकल्प है इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए और रही बात आप कितना पैसा कमा सकते हो। इंट्राडे ट्रेडिंग से तो इसकी कोई लिमिट नहीं है क्योंकि यह एक बिजनेस है आप अगर बिजनेस को बढ़ाने के कितना भी कमा सकते हो।

इसमें कोई लिमिट नहीं है जैसा कि आप बड़े-बड़े ट्रेडर और इन्वेस्टर को देखते हो कमाते है। हां लेकिन आपको ट्रेडिंग बिना सीखे नहीं करना चाहिए क्योंकि बिना सीखे अगर आप करोगे। तो आपका लॉस होगा और आप डिप्रेशन में आ सकते हो या फिर आपका पूरा कैपिटल खत्म हो सकता है इसीलिए आपको मनी मैनेजमेंट पर ध्यान देते हुए और अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह लेकर ही इंट्राडे ट्रेडिंग सीखें और खूब पैसा कमाए।

इंट्राडे के लिए कौन सा शेयर खरीदें। एक दिन पहले इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने बहुत ही आसान है। मेरे पास एक सीक्रेट है यह सीक्रेट किसी भी सेक्टर का जो टॉप 3 स्टॉक हैं आप उसमें ट्रेड कर सकते हो। जैसे कि बैंकिंग सेक्टर का टॉप 3 स्टॉक एचडीएफसी बैंक, आई सी आई सी आई बैंक, कोटक बैंक, तो ऐसे ही स्टॉक चुनना है।

जिसमें सेक्टर में आप ट्रेड करना चाहते हो उस सेक्टर का जो टॉप 3 स्टॉक हैं आप उसमें ट्रेड कर सकते हैं अपने रिक्स मैनेजमेंट को ध्यान रखते हुए और स्टॉपलॉस लगाए बिना ट्रेड ना करें।

मैं इसको काफी सालों से इस्तेमाल कर रहा हूं और मुझे इसका काफी अच्छा रिजल्ट मिलता है। क्योंकि यह स्टॉक में लिक्विडिटी अच्छा रहता है। और ऑप्शन ट्रेडिंग भी कर सकते हो फ्यूचर ट्रेडिंग भी कर सकते हो।

क्या इंट्राडे शेयर बेचना जरूरी है। उसी दिन

जी हां दोस्तों उसी दिन बेचना जरूरी है क्योंकि अगर आप अगले दिन के लिए होल्ड करते हो तो ग्लोबल मार्केट में क्या हो जाए। और हमारे इंडिया में रातों-रात कोई न्यूज़ आ जाए और आपके विपरीत दिशा में मार्केट चला गया। तो आपका बड़ा लॉस हो सकता है इसीलिए इंट्राडे स्टॉक उसी दिन बेचना जरूरी है। और

आपको इंट्राडे में लेवरेज मिल जाता है जिसके कारण आपका बड़ा लॉस हो सकता है। आपकी रिसर्च और आपने अपनी रिसर्च को बैक टेस्टिंग किया हुआ है आपका मनी मैनेजमेंट अलाव करता है। जो पैसा लगाया है वह पैसा अगर आपका जीरो हो गया।

और कुछ फर्क नहीं पड़ेगा है तो आप इंट्राडे ट्रेड को होल्ड कर सकते है अगले दिन के लिए। यह आपके रिक्स के ऊपर है और आप के रिसर्च के ऊपर है कि आपको होल्ड करना चाहिए या फिर नहीं करना चाहिए।

FAQ कुछ प्रश्न जो इंट्राडे ट्रेडिंग से संबंधित है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना लाभ प्रतिशत मिलता है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में अगर लॉस प्रॉफिट होकर आपको महीने में 30% लाभ प्राप्त कर रहे हैं। तो आप एक अच्छे ट्रेडर हैं 30% को आप 12 महीने के हिसाब से देखें। 12 महीने में आप 360% का रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं। यह रिटर्न काफी अच्छा है। और इंट्राडे ट्रेडिंग में लोग यह सोचते हैं कि 1 दिन में ही अमीर बन जाऊं यह पॉसिबल नहीं है। आपको धैर्य हर काम में रखना चाहिए है हड़बड़ी में कोई काम ना करें।

इंट्राडे करते समय क्या सोचना चाहिए?

इंट्राडे करते समय आपको अपने सेटअप बनने कर ट्रेड करे और जो रूल आप ने बनया है उसको फॉलो करे। और सेटअप बनने पर ट्रेड लेने के बाद आपको अपने स्टॉपलॉस और टारगेट तक इंतजार करना है। टारगेट हिट हो जाने पर अपना प्रॉफिट बुक करें स्टॉपलॉस हिट होने पर अपना लॉस बुक करें बीच में आपको कुछ भी नहीं सोचना है।

अंतिम शब्द.

आशा करता हूं कि मैं आपको समझा पाया हूं कि इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया जाता है। और आपको सारे सवालों का उत्तर मिल गया होगा। कोई और सवाल है आपके मन में तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। हम हर एक कमेंट का विस्तार रूप से जवाब देते हैं। धन्यवाद आपके कमेंट का हमें इंतजार रहेगा इस वेबसाइट के और भी आर्टिकल पढ़ें आपको ढेर सारी जानकारियां और मिलेगी।

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दोस्तों मेरा नाम सोनू है दिल्ली में रहता हूँ Stock Market में काफी ज्यादा रुचि रखता हूं और कई सालों का अनुभव है काफी सालो से स्टॉक मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग और स्टॉक में इन्वेस्ट करना सिख रखा हु, और मुझे लेकिन खाली समय में लिखना भी पसंद है इसीलिए मैं ब्लॉग के माध्यम से अपने विचारो को आप के साथ साझा करता हु।

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